Thursday 17 April 2014

चश्मेवाला

इंतजार में तुम्हारे थक गया वो लड़का चश्मेवाला
जुदा तुमसे तनहाइयों में दब गया वो लड़का चश्मेवाला
दर्द-ए-दिल से टूट गया
बेरंग  ज़िन्दगी से रूठ गया वो लड़का  चश्मेवाला|

सपनों की दुनिया में अटक गया था
दुनिया की सच्चाई से भटक गया था वो
हो गया अब वो निराश है
पर उसे एक नई दिशा की तलाश है।

इस नई दिशा में चलता चलेगा वो
याद में तुम्हारी शायद कभी रो पड़ेगा वो
पर मुड़के ना देखेगा वो एक बार
ख्याल तुम्हारा आए चाहे जितनी बार ।

अब केवल दिमाग की सुनेगा वो
दिल के दरवाज़े कभी न खोलेगा वो
ओ चश्मेवाली ये मुश्किल तो होगा
पर अब  तुम्हे भूलेगा वो।